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Pet Ki Charbi Kaise Kam Karen : पेट कम करने के उपाय

Pet Kam Karne Ke Upay

वर्तमान समय में अधिकतर लोग मोटापे से परेशान है, लोगों की दैनिक दिनचर्या ठीक न होने से मोटापा गंभीर रूप से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। छोटे बच्चों से लेकर युवाओं एवं बुजुर्गों तक की मोटी तोंद बाहर निकली जा रही है। आज हमने इस पोस्ट में पेट कम करने का उपाय पर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिये है। इन उपायों में योग व अन्य दूसरे विकल्प बताये गये। जब मोटा पेट कम करने की बात आती है तो बहुत सारे लोग योग, एक्सरसाइज करने में आलस्य करते है इसलिए ऐसे लोगों के लिए अन्य तरीके व उपाय बताये है।

प्रतिदिन 1 घंटा योग करें

पेट कम करने के लिए योग सर्वोत्तम उपाय है, यह विभिन्न आसनों का समूह है जिसके द्वारा कुछ ही दिनो में पेट की एक्स्ट्रा चर्बी सरलता से कम की जा सकती है। योगासन का लाभ प्रथम दिन से ही देखा जा सकता है, योग करने के पश्चात व्यक्ति स्वयं को हल्का व ऊर्जावान अनुभव करता है।

योग में दो प्रकार के आसन होते है- सूक्ष्म व्यायाम एवं कठिन व्यायाम, आरम्भ में व्यक्ति को सूक्ष्म व्यायाम से ही शुरुआत करनी चाहिए, क्योंकि सूक्ष्म व्यायाम करने से शरीर की हड्डियों एवं जोड़ों में लचीलापन आ जाता है। इसके पश्चात ही कठिन योगासन करना चाहिए, यही योग करने का नियम है। अत्यधिक बढ़े हुए पेट की वसा को  योग द्वारा संतुलन में लाने के लिए विशेष आसन का चुनाव कर सकते है। ऐसा करने से पेट की चर्बी जल्दी से कम होने लगती है। 

पेट की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने के लिए आसन व व्यायाम

  • सूर्य नमस्कार
  • हलासन
  • पश्चिमोत्तासन
  • भुजंगासन
  • तिर्यक ताडासन
  • नौकासन व विपरीत नौकासन

यह भी पढ़े-  प्रतिदिन योग करने के लाभ

प्रातःकाल हल्की दौड़ लगाये

जो मोटे व्यक्ति अपना पेट कम करना चाहते है अथवा शरीर में जमा फालतू फैट कम करना चाहते है उनके लिए दौड़ लगाना अति उत्तम है। प्रातःकाल का समय दौड़ लगाने के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, परंतु यदि सुबह को समय नहीं निकाल सकते तो सायंकाल को भी दौड़ लगा सकते है। जो व्यक्ति योग करना नहीं चाहते वे 2-5 किलोमीटर की हल्की दौड़ लगाकर अपने पेट की चर्बी को  कम करके पतला पेट प्राप्त कर सकते है। दौड़ लगाने से पेट तोंद के साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर जमा एक्स्ट्रा मोटापा भी कम हो जाता है, शरीर में रक्त संचार तेजी से होता है जिस कारण शरीर स्वस्थ एवं सुंदर बन जाता है।

कम वसा वाला भोजन ग्रहण करें

शरीर का मोटापा अथवा मोटा पेट का एक कारण अत्यधिक वसायुक्त भोजन ग्रहण करना है। तेल में तले हुए पदार्थ जैसे- पकोड़े, भटूरे, चाऊमीन, मांस आदि खाने से शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने लगता है। लोग प्रतिदिन व्यायाम करने से कतराते है इसलिए पेट मोटा होता जाता है, एक समय बाद पूरा शरीर मोटापे की चपेट में आ जाता है। इसलिए कम वसा वाला भोजन ग्रहण करने से पेट संतुलन में आने लगता है। हरी सब्जियां, फल, अंकुरित अनाज कम वसा युक्त वाले भोजन है, इन्हें खाने से शरीर में अद्भुत स्फूर्ति एवं शक्ति बनी रहती है और आलस्य भी कम आता है। प्रतिदिन कम वसा युक्त भोजन करने के अलावा अगर सुबह अथवा सांझ को थोड़ा हल्का कसरत हो जाये तो मोटापे कमी में बहुत ही अद्भुत परिणाम देखने को मिलते है।  

रात को सही समय पर पर्याप्त निद्रा ले

जी हाँ पेट मोटापा या शरीर मोटापे का एक कारण नींद की कमी भी होती है, मनुष्य को पूरी एवं पर्याप्त निद्रा नहीं मिलने पर शरीर की मांसपेशियां  व अंग सही प्रकार से कार्य नहीं करते, जिस कारण शरीर के हिस्सों में तनाव होने लगता है और शरीर का वह हिस्सा मोटापे की पकड़ में आ जाता है। प्रतिदिन सही समय पर लगभग 8 घंटे की नींद लेना अति आवश्यक है, पूरी एवं गहरी नींद लेने से शरीर का हीलिंग सिस्टम सही प्रकार से कार्य करता है, शरीर के सभी अंगो का तनाव कम हो जाता है, मस्तिष्क सही प्रकार से कार्य करता है फलस्वरूप पेट मोटापे में कमी तथा पूरा शरीर स्वस्थ एवं सुंदर बना रहता है। 

सप्ताह में एक दिन उपवास रखें

जिनका पेट मोटा है और तोंद बाहर निकली हुई है ऐसे लोगों को अपने भोजन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, प्रतिदिन भोजन करने से शरीर को भोजन पचाने में ज्यादा ऊर्जा का व्यय करना पड़ता है, जिस कारण पाचन तंत्र को आराम नहीं मिल पाता है। इसलिए सप्ताह में एक दिन उपवास रखना स्वस्थ शरीर के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। आयुर्वेद शास्त्र में भी उपवास को अच्छा माना गया है, उपवास रखने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर हीलिंग पॉवर तेजी से कार्य करती है। प्राचीन काल से ही भारत देश में प्रतिमाह कोई ना कोई त्योहार आते रहते है जिनमें लोग उपवास रखते है, इसके पीछे आयुर्वेद का वैज्ञानिक तथ्य छुपा है, क्योंकि त्यौहार के कारण लोग व्रत रख लेते है, किन्तु वास्तव में उपवास रखना बहुत कठिन होता है।

पैदल चले एवं ज्यादा शारीरिक क्रियाकलाप करें

जो व्यक्ति अत्यधिक देर तक बैठे रहते है या फिर आलस्य के कारण शरीर पर जोर नहीं देते, पड़े पड़े दूसरो से सारा कार्य करवाते है उन लोगो के पेट मोटे पाये जाते है, मोटापा उनके शरीर को इस प्रकार जकड़ लेता है कि उनसे अपने प्रतिदिन के कार्य भी ठीक से नहीं हो पाते है। इसलिए मोटे पेट को कंट्रोल में लाने के लिए अपने घर के घरेलू कार्य को स्वयं करें, इसके अलावा घर के कार्यों में हाथ बटाए। ऐसा करने से एक प्रकार की शारीरिक एक्सरसाइज होती रहती है, जिससे शरीर लचीला व हल्का बना रहता है। उकड़ू बैठकर कार्य करने से भी पेट संतुलन में बना रहता है वह कभी बाहर नहीं आता। आपने नोट किया होगा कि गांव के लोग अकसर उकडू बैठते है इसलिए उनके पेट पतले होते है। कोशिश करे की ज्यादा से ज्यादा पैदल चले, अपने आसपास के कुछ किलोमीटर क्षेत्र के कार्य पैदल ही करे, पैदल चलने से भी पेट कम होता है, और शरीर स्वस्थ रहता है।

भूख से थोड़ा कम भोजन खाये

मनुष्य को ठूस कर भोजन नहीं करना चाहिए, अकसर स्वाद आने पर लोग एक दो रोटी अधिक खा जाते है। जिस कारण उनके पेट की तोंद बढ़ती चली जाती है, और धीरे-धीरे उन्हें मोटापा घेर लेता है। इसलिए मनुष्य को चाहिए की जितनी भूख है उससे हल्का सा कम ही भोजन ग्रहण करें ऐसा करने से पेट पर तनाव नहीं पड़ता और पेट फूलता भी नहीं। भूख से अधिक खाने पर तोंद फूलकर बाहर निकल आती है और यह व्यक्ति की आदत बन जाती है। इसलिए जैसा हम अपने शरीर को आदत डालते है शरीर उसी प्रकार का व्यवहार करने लगता है। इसके अलावा कोशिश करे कि रात को हल्का भोजन ग्रहण करें। 

दिन में एक पहर फल, जूस ग्रहण करें

मोटे पेट को कम करने के लिए भोजन बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर सही भोजन न किया जाये तो उसके नकारात्मक परिणाम होते है। आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य को सुबह, दोपहर, और रात्रि के अनुसार ही भोजन खाना का चुनाव करना चाहिए। दिन में एक बार फल अथवा फलों का जूस लेना अत्यधिक लाभदायक होता है। फल में विटामिन प्रचुर मात्रा में होते है और फल खाने में भी हल्के होते है बहुत जल्दी ही पच जाते है। फल खाने से आलस्य नहीं आता है, इसलिए सुबह के समय फल खाना अथवा फलों का जूस लेना सर्वोत्तम है। फलों से शरीर पर फालतू का वजन नहीं बढ़ता और यह मोटे पेट को संतुलित करने में सहायक सिद्ध होता है। 

मोटापे का प्रमुख कारण क्या है?

मोटापे का सबसे प्रमुख कारण दिनचर्या का खराब होना एवं गलत भोजन ग्रहण करना है। एक स्थान पर देर तक बैठे रहना, पूरा दिन उल्टा पुल्टा खाते रहना, अत्यधिक तेल एवं वसायुक्त पकवान खाना, देर रात को सोना मोटापे के कारण है। इसके अलावा जो व्यक्ति नियमित व्यायाम नहीं करता है उस व्यक्ति को मोटापा अति शीघ्र पकड़ लेता है।

मोटा पेट कितने दिनों में कम किया जा सकता है?

देखये, मोटा पेट कम करने में कुछ न्यूनतम समय सीमा तो अवश्य लगती है, अगर सही रूप से प्रतिदिन व्यायाम किया जाये तो 1 महीने में ही मोटे पेट को कम किया जा सकता है, परंतु उसके लिए नियमित दिनचर्या एवं संतुलित भोजन अत्यंत आवश्यक होता है।

मोटी तोंद के लिए कौन सी एक्सरसाइज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है?

वैसे तो मोटी तोंद कम करने के विभिन्न एक्सरसाइज है, परंतु योगासन सबसे महत्वपूर्ण है, योगासन द्वारा घर पर मोटी तोंद को कुछ ही सप्ताह में सरलता से कम किया जा सकता है।

मोटे आदमी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?

मोटे आदमी को प्रातःकाल जल्दी उठकर 1 घंटा व्यायाम करना चाहिए, नाश्ते में फल, जूस अथवा हल्का खाद्य पदार्थ लेना चाहिए। दोपहर में भोजन के साथ सलाद एवं सायंकाल को बाहर पैदल टहलने जाना चाहिए, रात्रि में भी हल्का भोजन ग्रहण करना चाहिए और जल्दी सो जाना चाहिए। मोटे आदमी के लिए दिन में सोना गलत है, क्योंकि दिन में सोने से मोटापे बढ़ता है और दिनचर्या खराब हो जाती है।

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